सभी मित्रो को नमस्कार
'कागा सब तन खाइयो, चुन-चुन खइयो मास, दो नैना मत खाइयो, मोहे पिया मिलन की आस'..
स्वागत है राज भाई, काफी दिन बाद दिखाई दिए हैं आप..
सभी मित्रों को नए साल की मंगलमय शुभकामनायें
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फिर मिलुगा आज के लिए आज्ञा दिजिए
'कागा सब तन खाइयो, चुन-चुन खइयो मास, दो नैना मत खाइयो, मोहे पिया मिलन की आस'..
कुपया, गुड गाय वाला मामला दोनों स्थानों पर, आप सही कर दें, मेरे से तकनीकी प्राब्लम के कारण सही नहीं हो पा रहा है
http://i.picasion.com/resize62/8d49b...fc1f7dd5cf.gifमेरी मित्र मंडली में स्वागत है आपका|
मित्रों, किसी सूत्र पर भ्रमण करते समय आप में से कुछ के द्वारा कंजूसी का भाव क्यों अपनाया जाता है,
तात्पर्य यह कि पसंद नापसंद क्यों नहीं व्यक्त करते हम?
कहीं ऐसा तो नहीं कि सुन्न हो गये हों हम, कुछ भी होता रहे अच्छा या बुरा, कोई फर्क नहीं पड़ता। क्या यह हाहाकारी नुकसानदायक भावशून्यता नहीं?
http://i.picasion.com/resize62/8d49b...fc1f7dd5cf.gifमेरी मित्र मंडली में स्वागत है आपका|
मित्रों, किसी सूत्र पर भ्रमण करते समय आप में से कुछ के द्वारा कंजूसी का भाव क्यों अपनाया जाता है,
तात्पर्य यह कि पसंद नापसंद क्यों नहीं व्यक्त करते हम?
कहीं ऐसा तो नहीं कि सुन्न हो गये हों हम, कुछ भी होता रहे अच्छा या बुरा, कोई फर्क नहीं पड़ता। क्या यह हाहाकारी नुकसानदायक भावशून्यता नहीं?
क्या आज यहाँ कोई नही है ?
सपुर्द-ए-खाक कर डाला तेरी आँखों की मस्ती ने,हज़ारों साल जी लेते अगर तेरा दीदार ना होता...