गाडी घर से चल पडी
कुछ 15 20 मिनटो बाद हम लोग ऑफिस पहुच गए
ऑफिस के गेट पर ही वकील अंकल खडे थे
उन्होने वाचमैन को बोल के मेरी गाडी को अन्दर जाने दिया
और खुद भी अपनी गाडी मे बैठ के पार्किंग मे पहुच गए
हम लोग कार से बाहर निकले
वकील अंकल भी हमारे पास आ गए
वकील अंकल:- कैसे हो बेटा
और तुम्हारा स्वागत है तुम्हारे ऑफिस मे
मै:- थैंक यू अंकल
वकील:- चलो अंदर चलते है
फिर हम सब अन्दर आने लगे
ऑफिस मे 5 फ्लोर थे
व्यू काफी अच्छा था
मै:- अंकल हमारा कौन सा बिजिनेस है
वकील:- बेटा हमारी एक तो रेडीमेट कि फैक्ट्री है
जो की तुम्हारे मामा यानि कि पवित्रा जी के भाई की थी
और दूसरा हमारी एक जैवेलरी शॉप है जो कि काफी बडी है
और हमारी एक ट्रांसपोर्ट है
और हम लोग बिल्डिंग वगैरा भी बनाते है
हम लोग बाते करते हुए ऑफिस मे आ गए
ऑफिस मे घुस्ते ही हम पे फूलो कि बारिश हो गई
वकील:- स्टाफ मेम्बर ये है हमारे न्यू MD
सभी ने अच्छे से मेरा स्वागत किया
फिर वकील अंकल ने मुझे एक आदमी से मिलवाया
वकील:- दीप ये है हमारे मैनेजर मिस्टर कपूर
हमने हाथ मिलाया
(दुसरे आदमी को बुलाकर) ये हमारे अकाउंटेंट मिस्टर भारद्वाज
हमने हाथ मिलाया
मुझे मैनेजर और अकाउंटेंट से मिलकर कुछ खास अच्छा नही लगा
उनकी आखो मे मेरे लिए एक नफरत थी
जैसे मेरे आने से उनका कोई काम बिगड गया हो
खैर मैने अभी के लिए इस बात को इग्नोर किया
और वकील अंकल से बोला
मै:- ओके तो अंकल अब मुझे मेरा ऑफिस दिखाइए
फिर हम सब मेरे केबिन की और चल पड़े
जो लास्ट फ्लोर पर था
एक अच्छा खासा केबिन बना हुआ था
केबिन पे काफी पैसा लगा हुआ था
यानि कि आलिशान केबिन था
हर चीज एक्सपेंसिव थी
ये ऑफिस मुझसे ज्यादा तो मेरी बहनो और मैम को पसंद आया
केबिन मे एक रेस्ट रूम बना हुआ था
वकील अंकल हमे उस रूम मे ले गए
अन्दर एक सोफा सेट एक बेड और एक फ्रिज
कुछ किचन का सामान था
यानि कि इस मे रह भी सकते थे
इस रूम मे अटेच्ड टॉयलेट और बाथरूम भी था
फिर हम सब ने कुछ देर ऐसे ही बाते की
वकील अंकल ने हमे ऑफिस और काम की कुछ और जानकारी दी
मै:- अंकल मुझे अपने मैनेजर और अकाउंटेंट मे कुछ गडबड सी लगी
वकील:- और वो क्यो
मै:- क्यूकि उनके चेहरे पर भले ही स्माइल थी
पर आखो मे एक नफरत थी
जो मै देखते ही भाप गया
वकील:- गडबड तो मुझे भी लगती है
क्यूकि जिस हिसाब से हमारा हिसाब चल रहा है
उस हिसाब से ना तो प्रॉफिट मेंशन किया है
और ना काम का कोई हिसाब का रिकॉर्ड है
तुम कहो तो मै जानकारी निकालू
मै:- नही अंकल मै अपने हिसाब से इन्हे देखता हू
वकील:- ओके बेटा
फिर अंकल चले गए
परी:- भाई ऑफिस तो काफी अच्छा है
प्रीत:- हॅा भैया काफी सुन्दर भी है और बडा भी
अनु:- अब इसे अपनी मेहनत से और आगे बढाओ
अपनी पवित्रा माँ का भरोसा मत तोडना
कविता मैम:- मेरा बेटा बहुत आगे जायेगा
हम सब का नाम रोशन करेगा
दिन दुगनी रात चोगुनी तरक्की करेगा
भगवान सदा इस पर अपना साया बनाये रखे
फिर कुछ देर ऐसे ही बाते होती रही
उसके बाद हम सब घर की और निकल गए
क्यूकि लंच का टाइम हो गया था
मै लंच करके वापस आने लगा
ऑफिस को निकलने से पहले मैने सोनू जस्सी और तनु को ऑफिस बुला लिया
जल्द ही मै ऑफिस पहुच गया
मै जाकर अपने केबिन मे बैठ गया
कुछ देर बाद चपडासी ने केबिन मे डोर नोक किया
मै:- कम इन
चपडासी :- सर आप से मिलने तीन लोग आये है
मै:- काका उन्हे अन्दर भेज दीजिए
काका बाहर चले गए
कुछ देर बाद जस्सी सोनू और तनु ऑफिस मेरे कैबिन मे आ गए
मैने उन्हे बैठने का इशारा किया
तीनो ने बैठ कर मुझे कांगरेट्स किया
मैने काका को बुलाकर चार काफी का आर्डर किया
मै:- मैने तुम तीनो को यहाँ किसी जरुरी काम के लिए बुलाया है
पहले तो कल के काम के लिए शाबास
और दूसरा तुम्हे इस ऑफिस के मैनेजर और अकाउंटेंट की जानकारी निकलवानी है
मुझे कुछ गडबड लग रही है
ये काम जस्सी और सोनू करेगे
और तनु कुछ दिन के लिए मेरी सेक्रेटरी का काम करेगी
क्या तनु तुम्हे कोई प्रॉब्लम है
तनु:- मुझे कोई प्रॉब्लम नही है
मै:- ओके तो जस्सी और सोनू तुम लोग कब तक इनफार्मेशन निकल लोगे
जस्सी और सोनू:- कल सुबह तक सब हो जायेगा
मै:- ओके तो लग जाओ काम पर
फिर कुछ देर बाद कॅाफी आ गई
हम चारो ने कॅाफी पी
और जस्सी और सोनू बाहर चले गए
केबिन के बाहर
सोनू:- यार जस्सी ये डीडी मुझे थोडा कमीना लग रहा है
कही मेरी तनु के साथ कुछ ऐसा वैसा करके पटा न ले
जस्सी:- एक बात डीडी कुछ भी ऐसा वैसा कुछ नही करेगा
दूसरा डीडी भले ही कुछ न करे
पर तनु का कोई भरोसा नही
अगर उसका दिल डीडी पर आ गया तो तेरा पता कट गया समझ
और तीसरी बात ये तेरी गलती है कि तू तनु को प्रपोस नही कर पा रहा
इसमे ना डीडी की गलती है ना तनु की
सारी गलती तेरी है
सोनू:-शायद तू सही कह रहा है
मै कल ही तनु को प्रपोस करुगा
जस्सी:- और एक बात कभी भी डीडी के बारे मे गलत मत सोचना
क्यूकि वो एक सच्चा इंसान है
वो कभी किसी चीज मे पहल नही करता
जितना मुझे उसके बारे मे पता चला है उस हिसाब से वो तनु कि तरफ ऑख उठाकर भी नही देखेगा
उसे टच करना तो दूर की बात है
चल अब काम पर लग जा
दोनो ने एक एक पिक ले ली अकाउंटेंट और मैनेजर की चोरी से और लग अपने काम पर
देखते है ये कौन सा झंडा गाडते है
कुछ देर बाद केबिन मे
मै:- चलो तनु जैवेलरी शॉप और फैक्ट्री हो कर आए
फिर हम दोनो ऑफिस से निकल गए
मैने पहले गाडी जेवेलरी शॉप की और ले ली
वहां का स्टाफ कैसा है और कैसे काम करता है
कस्टमर से कैसे बीहेव करता है