आज भी अज़ीज़ है मुझे तेरी हर निशानी
चाहे वो दिल का दर्द हो या आँखों का पानी
आज भी अज़ीज़ है मुझे तेरी हर निशानी
चाहे वो दिल का दर्द हो या आँखों का पानी
जो दुनिया को सुनाई दे उसे कहते है खामोशी
जो आँखो मे दिखाई दे उसे तूफान कहते है..
- राहत इन्दौरी
महाठग आप ठगाईए, ओर न ठगिए कोय । आप ठगें सुख ऊपजे, ओर ठगें दुःख होय ॥
*खुश होना है तो बेवजह हो जाइए,*
*वजहें आजकल महँगी हो गई हैं।*
अच्छे दिनों में बुरी बात,कि वो एक दिन खत्म हो जाते हैं,
बुरे दिनों में अच्छी बात,कि वो भी एक दिन खत्म हो जाते हैं.....
हम आह भी करते हैं तो हो जाते हैं बदनाम,
वो क़त्ल भी करते हैं तो चर्चा नहीं होता
एक नफरत ही नहीं दुनिया में दर्द का सबब फ़राज़
मोहब्बत भी सकूँ वालों को बड़ी तकलीफ़ देती है
अहमद फ़राज़